कहने को, ये है पुराना,
किसी कोने में, बंद डिब्बी मे रखा।
शायद, सब भूल भी गए,
वोह किस्से, छोटे और बड़े।
हर पीढी, हर जमाना,
उन्हें हमेशा, याद दिलाना।
ऐसा बना, और बढ़ा,
कभी न घटने वाला, इतिहास।
पुनरावृत्ति, होती रहेगी,
आज जो टला, शायद कल होगा।
उम्मीद न छोड़ना, अपनी राह चलना,
इन पन्नों पर, अपना इतिहास रचना।
